Mirabai Chanu Biography in Hindi: साइखोम मीराबाई चानू का अभिनय एवं जीवन परिचय जानी विस्तार से
अगर आप भी कॉमनवेल्थ गेम्स देखते हैं तो अपने मीराबाई चानू का नाम जरूर सुना होगा जिन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स में कई गोल्ड मेडल जीते हैं और जिन्हें भारत सरकार ने पद सिरी से भी नवाजा है ऐसे में अगर आप भी मीराबाई चानू की जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातें जानने के इच्छुक हैं तो इस आर्टिकल को ध्यान से पढ़ सकते हैं और मीराबाई चानू के जीवन और उनके खेल कैरियर के बारे में जान सकते हैं तो आइए जानते हैं मीराबाई चानू के बारे में

Mirabai Chanu Biography in Hindi
नाम | मीराबाई चानू |
जन्म की तारीख | 8 अगस्त 1994 |
जन्म स्थल | इंफाल मणिपुर |
पिता का नाम | साइकोहम कृति मेइती |
माता का नाम | साइकोहून उनगबी टम्बीलीमा |
शिक्षा | इंफाल स्कूल मणिपुर |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
धर्म | हिंदू |
मीराबाई चानू पुरस्कार | पद्मश्री 2021 |
डेब्यू गेम्स | राष्ट्रमंडल खेल 2014 |
आपको जानकारी के लिए बता दें कि मीराबाई चानू पहली बार वेटलिफ्टिंग का खेल 8 साल पहले 2014 में खेला था जिसमें भारत के लिए रजत पदक जीता था और उसके बाद उन्होंने रियो ओलंपिक में भाग लिया लेकिन उस ओलंपिक से उन्होंने कोई पदक नहीं जीता
जीवनी
प्रसिद्ध भारतीय महिला भारोत्तोलन खिलाड़ी मीराबाई चानू का जन्म 8 अगस्त 1994 को भारत के मणिपुर राज्य के इंफाल जिले में हुआ था उनका पूरा नाम सैखोम मीराबाई चानू है और वह पूरे भारत में अपने भारोत्तोलन खेल के लिए जानी जाती हैं और उन्हें भारोत्तोलन में स्वर्ण पदक जीते हैं। खेलों में साल 2021 में कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत को वेटलिफ्टिंग में पहला गोल्ड मेडल मिला है। और उन्हें भारत सरकार द्वारा भारत के सर्वोच्च सम्मान पद्मश्री से भी नवाजा जा चुका है।
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परिवार
वहीं अगर मीराबाई के परिवार की बात की जाए तो उनके पिता का नाम साइकोहम कृति मेइती है जो पीडब्ल्यूडी विभाग में कार्यकर्ता थे वही उनकी मां का नाम साइकोहून उनगबी टम्बीलीमा है जो अपने घर के पास दुकानदारी का काम करती हैं
Mirabai Chanu Biography in Hindi
शिक्षा
उनकी शिक्षा-दीक्षा तो प्रारंभिक शिक्षा से लेकर ग्रेजुएशन तक की शिक्षा अपने शहर इंफाल से पूरी की है और इसके बाद उन्होंने अपने स्कूल के समय से ही बहुत कम उम्र में भारतीय खेल खेलना शुरू कर दिया था।
मीराबाई चानू भारोत्तोलन के बारे में विस्तार से जानते हैं
वहीं अगर मीराबाई के वेटलिफ्टिंग एस्पोर्ट्स करियर की बात करें तो उन्होंने बहुत ही कम उम्र में इस खेल का अभ्यास करना शुरू कर दिया था उन्होंने 2014 में ग्लास्गो कॉमनवेल्थ गेम्स में जीत हासिल की थी उन्होंने 48 किलो वेट लिफ्टिंग कर भारत के लिए रजत पदक जीता था।
उसके बाद उन्होंने इन रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया लेकिन उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा और रियो ओलंपिक 2016 में पूरी तरह से असफल रही। उसके बाद उसी वर्ष 2016 में गव्हाटी में आयोजित बार वे दक्षिण एशियाई खेल में उन्होंने स्वर्ण पदक जीता ।

Mirabai Chanu Biography in Hindi
इस प्रकार उनका भारोत्तोलन कैरियर उतार-चढ़ाव से भरा रहा लेकिन अंतत: उन्होंने जीत हासिल की और लगातार कई विश्व भारत तोलन चैंपियनशिप में भारत के लिए कई पदक जीते
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और उनका नाम कई बार तोलन रिकॉर्ड में भी है जिसमें 194h मैच में पचासी और क्लीन एंड जर्क में 160 किलोग्राम शामिल है जो एक रिकॉर्ड था।
उसके बाद मीराबाई चानू ने 2018 में राष्ट्रमंडल खेलों में भारत को फिर से स्वर्ण पदक जीतकर अपनी श्रेष्ठता साबित की ।
चानू के कोच
मीराबाई चानू ने अपने कोचुकुंजू रानी देवी से पेशावर रूप से भारोत्तोलन सीखा है और अपने स्नेहियो को भारोत्तोलन कहार खेल सिखाया है और भारोत्तोलन मैं कई बार भारत का प्रतिनिधित्व किया है
पुरस्कार
टोक्यो ओलंपिक 2021 में स्वर्ण पदक जीतने के लिए मीराबाई चानू को उनके राज्य के मुख्यमंत्री वीरेंद्र सिंह द्वारा ₹15 लाख का नगद पुरस्कार दिया गया। और उसके बाद उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया और उसके बाद उन्हें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
और इन सबके अलावा मणिपुर सरकार ने ₹1 करोड़ के नगद पुरस्कार और एक सरकारी नौकरी की घोषणा की है।
मीराबाई चानू भारोत्तोलन विश्व रिकॉर्ड
मीराबाई चानू ने महज 20 साल की उम्र में वेटलिफ्टिंग और कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा लिया जिसमें उन्होंने भारत के लिए सिल्वर मेडल जीता
Mirabai Chanu Biography in Hindi
मीराबाई ने 194 स्नैच में 50 किलोग्राम और जर्क में 107 किलोग्राम भार उठाया जो एक विश्व रिकॉर्ड था।
टोक्यो ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला मीराबाई चानू ने 49 किलोग्राम भारोत्तोलन में रजत पदक जीता
मीराबाई चानू के नाम महिलाओं के भारोत्तोलन मैं 49 किलो ग्राम वर्ग में क्लीन एंड जर्क में भार उठाने का विश्व रिकॉर्ड भी है।
इसके अलावा उन्होंने टोक्यो ओलंपिक 2021 से से पहले अपने आखिरी टूर्नामेंट एशिया चैंपियनशिप में 119 किलो वजन उठाया जो एक विश्व रिकॉर्ड है।
मीराबाई चानू ने 2014 से 2022 तक भारोत्तोलन खेलों में कई स्वर्ण पदक जीते हैं।
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